बाबा रामदेव तथा मोदी जी के योग एवम प्राणायाम के सकारात्मक विचारो एवं प्रयासो से हम आज अंतराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून के रूप में मनाते है, इसका सर्वाधिक प्रचार स्वामी विवेकानन्द जी ने किया था! बाबा रामदेव योग गुरु इस दिशा में बहुत अच्छा काम कर रहे हैं आप सभी को योग का महत्व जानना चाहिये और उसे अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिये |आगे पढ़े योग का महत्व एवम कुछ महत्वपूर्ण आसन के बारे में. यह सभी आसन इतने सरल और सहज है की इन्हे टीवी देखते हुए बात करते हुए भी किया जा है और इनके फ़ायदे अचूक है !
1. मंडूक आसन – इस आसान को करने के लिए वज्र आसान (घुटनो के बल) में बैठा जाता है! सांसो को बाहर छोड़ कर सामने की तरफ झुकते है! यह आसन शुगर, कब्ज जैसे रोगो के लिए फलदायक होता है!
2. वक्रासन- इस आसन मे दाहिना पैर मोड़कर बाए हाथ से बाए पैर के घुटने को पकड़ा जाता है! यही प्रक्रिया दूसरी तरफ से भी दोहराई जाती है! यह आसन कंधे व शरीर मे लचीलापन लाता है !
3. गोमुख आसन – अपने बायें पैर की एड़ी को दायें कूल्हे के नीचे रखें और दायें पैर को बायें पैर के ऊपर से ले जाते हुए जमीन पर रखें। इसके बाद अपने दायें हाथ को कान के पास से ले जायें और दूसरे हाथ को पीठ के पीछे पकड़ें, इस आसन को करने से शरीर का लचीलापन बढ़ता है यह पेट तथा मधुमेह के लिए भी लाभकरी है!
4. मकर आसन – इस आसन में पेट के बल लेट कर एक- एक पैर को मोड कर सीधा करते है, यह आसन कमर दर्द से जल्द ही राहत देता है!
5. भुजंग आसन – इस आसन को करने के लिए पेट के बल लेटकर दोनों हाथो का बल लेकर नाभि तक उठते है तोड़ी देर रुककर फिर वापस उसी स्थिति में आए जाते है यहआसन रीढ़ की हड्डी ,कमर दर्द जैसे रोगो के लिए फायदेमंद है !
6. शलभ आसन -इस आसन को करने के लिए पेट के बल लेटकर दोनों हाथो को पीछे पीठ पर रखते है तथा पीछे से दोनों पैरो को उठाते है थोड़ी देर उसी स्थिति में रह कर वापस आ जाते है यह आसन पेट, कब्ज तथा मोटापे को काम करने के लिए फायदेमंद है
7. मरकट आसन- इस आसान में पीठ के बल लेटकर दोनों हाथो को सीधा करते है दोनों पैरों को एक दूसरे के ऊपर रखकर घुटने मोड़कर अपने दायें रखते है तथा सर को उसकी उलटी दिशा में रखते है ! इस आसन को करने से शरीर का लचीलापन बढ़ता है हाथ पैरो का दर्द व मोटापा काम होता है
8. अर्धहला आसन – इस आसान में पीठ के बल लेता जाता है एक-एक कर के पैरो को आधा उठाया जाता है इस आसन को करने से पेट जल्दी कम हो जाता है यह आसन अन्य भी कई परेशानियों से निजात देता है!
9. पवनमुक्त आसन – पीठ के बल लेटकर एक पसिर को धुटने से मोड़ कर पेट से लगाते है यही प्रक्रिया दूसरे पैरो से भी करते है इस आसन को करने से कब्ज दूर होती है तथा पेट संबंधी सभी विकारो के लिए यह लाभदायक है!
10. पादवृत आसन – इस आसन के लिए पीठ के बल लेटकर एक पैर को गोलाकर घुमाया जाता है ऐसी तरह दूसरे पैर से भी घुमाते है!
11. चक्रीय आसन – यह आसन पेट कम करने के लिए बहुत ही लाभदायक है इसमे पीठ के बल लेटकर पैरो को सायकिल चलाने की तरह चलाया जाता है!
12. शव आसन – सीधे लेटकर अपने पूरे शरीर को ढीला छोड़ दिया जाता है अपने आपको निरोग,स्वस्थ , शक्तिमान महसूस किया जाता है इस आसन को करने से दिमागी तनाव दूर होता है तथा शरीर स्फूर्ति व ताजगी से भर जाता है!