भारत असीमित चमत्कारों की धरती है,जहाँ आश्चर्यचकित कर देने वाले ऐतिहासिक स्थल , दुनिया का सातवाँ अजूबा,अद्भुत घाटियां ,लोनार झील,लिविंग रुट पुल, महाबलीपुरम बैलेंसिंग रॉक,लद्दाक में मैगनेट हिल तथा प्राकृतिक सौंदर्यता है। भारत देश विभिन्नताओं से भी भरा हुआ है यहाँ कुछ प्राकृतिक स्थल ज्ञात है वही कुछ बहुत खास तो है पर अज्ञात है, जिनमे से कुछ इस प्रकार है:
झूलता खम्बा, आंध्र प्रदेश
आँध्रप्रदेश के लेपाक्षी में एक झूलता हुआ खम्भा है जो जमीन पर कभी भी नहीं टिका है यह भारत के विभिन्न आश्चर्यो में से एक है,लेपाक्षी में नंदी बैल की सबसे बड़ी अखंड मूर्ति है तथा सात सिर वाले सांप द्वारा अछादित शिवलिंग और भगवान हनुमान की विशालकाय पदचिह्न भी है।
मारावंथे गांव, कर्नाटक
मारावंथे गांव कर्नाटक मे स्थित एक अद्भुत जगह है जहाँ अरब सागर के समुद्र तट और सौपर्णिका नदी के बीच एक सुंदर सड़क है, भारत के शानदार दृश्यों में यह अपनी एक अलग ही अनोखी छवि बनता है। मारावंथे इस सड़क को राष्ट्रीय राजमार्ग 17 के नाम से भी जाना जाता है यह तट कर्नाटक के सबसे सुंदर समुद्र तट से एक है। यह पर्यटन और आकर्षण की दृष्टि से विशेष महत्त्व रखता है !
रानी की वाव, गुजरात
हाल ही में विश्व विरासत स्थल की सूची में पाटन के पास सरस्वती नदी के तट पर स्थित रानी की बावडी को शामिल किया गया है। यह सबसे पुरानी और भव्य बावड़ी है यह भारत के प्राचीन शानदार भूमिगत संरचनाओं का अदभुद उदाहरण है!
सेंट मैरी द्वीप, कर्नाटक
सेंट मैरी द्वीप को नारियल द्वीप के नाम से भी जाना जाता है, कर्नाटक राज्य में चार भूवैज्ञानिक स्मारकों में से एक है. मालपे केअरब सागर तट में स्थित यह द्वीप भू-पर्यटन के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है तथा एक बहुत की खास तरह के पत्थरो के लिए भी जाना जाता है!
गंडिकोटा घाटी, आंध्र प्रदेश
गंडिकोटा घाटी भारत के धुंधले पड़े हुए ग्रांड कैन्यन में से एक है यह आंध्र प्रदेश में पेन्नार नदी के दाहिने किनारे पर स्थित है। गंडिकोटा का किला दक्षिण भारत के सबसे बड़े किलों में से एक है और यहाँ माधव और रंगनाथ के दो प्राचीन मंदिर भी है
लिंगाना शिखर, महाराष्ट्र
लिंगाना शिखर सह्याद्रि पर्वत श्रृंखला के उच्चतम बिंदु में से एक है ,यह शिखर रायगढ़ जिले में स्थित है, रायगढ़ और तोरणा के बीच, महाकाय लिंगाना शिखर शिवलिंग के आकार के जैसा दिखता है।
कुम्भलगढ़ दीवार, राजस्थान
कुम्भलगढ़ किले की महान दीवार को भारत की महान दीवार के रूप में जाना जाता है, यह दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी दीवार है। कुम्भलगढ़ का किला राज्य का दूसरा सबसे बड़ा किला है तथा यह राजस्थान के पहाड़ी किलों में शामिल है.
सिजु जल गुफा, मेघालय
सिजु जल गुफा चमगादडो के लिए प्रसिद्ध है, मेघालय में स्थित है यह गुफा भूमिगत पानी के लिए भी जनि जाती है। यह भारत की तीसरी सबसे लंबी गुफा है यह गुफा कुछ विशेष प्रजातियों का घर भी है जैसे बिच्छू,साँप और अन्य कीड़े मकोडे.
सवणदुर्गा टीला, कर्नाटक
भारत में सावनदुर्ग हिल बैंगलोर के पास स्थित है और एशिया में सबसे बड़ी पत्थर की पहाड़ी है इस पहाड़ी पर बुलबुल, गिद्ध,भालू और तेंदुए सहित अन्य जंगली जानवर रहते है! सवणदुर्गा टीला ट्रेकिंग और सप्ताहांत के लिए सबसे अच्छी जगह है!
निघोज गड्ढे, महाराष्ट्र
पुणे के पास निघोज नदी में गड्ढे पाये जाते है यह लगभग 90 किलोमीटर की दूरी तक फैले हुए है, ये गड्ढे भूविज्ञानं का अद्भुत चमत्कार है साथ ही यह एशिया के सबसे बड़ी प्राकृतिक गड्ढे हैं, निघोज के निकट में यहाँ पर मालगंगा मंदिर प्रसिद्ध है!
महबत मक़बरा, गुजरात
महबत मकबरा भारत के आश्चर्यजनक समाधियों से एक है तथा यह गुजरात के शानदार स्मारको में से भी एक है। नवाब महबत की यह समाधि एकांत में है जहां अब लोग नहीं रहते है, यह भारत के एकांत स्थानो में से एक है।
चांदीपुर तट, ओडिसा
ओडिसा में चांदीपुर समुद्र तट में ज्वार-भाटा के दौरान तट के साथ लुका -छिपी होती रहती है उड़ीसा का यह समुद्र तट एक अनोखी खोज है, पानी भाटा के दौरान 1 से 4 किलोमीटर की दूरी तक आता है। चांदीपुर समुद्र तट पर यह परिवर्तन हर उच्च और निम्न ज्वार के साथ गायब हो जाता है।
सांभर झील, राजस्थान
सांभर झील राजस्थान में राष्ट्रीय राजमार्ग 8 में जयपुर शहर के पास स्थित है। भारत की सबसे बड़ी अंतर्देशीय खारी झीलों में से एक है, सांभर झीलआर्द्रभूमि है यह अंतरराष्ट्रीय रूप से बहुत महत्वपूर्ण है और सांभर झील प्रवासी पक्षी राजहंस के लिए प्रसिद्ध है
यागंती नंदी, आंध्र प्रदेश
यागंती नंदी की प्रतिमा अविश्वसनीय भारत के कम ज्ञात आश्चर्यों में से एक है ,यह नंदी मूर्ति लगातार बढ़ती जा रही है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने पुष्टि की है कि नंदी प्रतिमा बढ़ रहा है, यागंति नंदी प्रतिमा दक्षिण भारत में नंदी की सबसे ऊंची प्रतिमा से एक है।
फुकतल मठ, लद्दाख
पुटकल मठ लद्दाख के हिमालय क्षेत्र में जांस्कर रेंज में स्थित है,यह मठ एक प्राकृतिक गुफा के आसपास बनाया गया है। फुकतल गोम्पा बौद्ध मठ सर्दियों के मौसम के दौरान बर्फ की चादर ओढे रहता है! फुकतल मठ तक पैदल, गदहे और खच्चरों के द्वारा ही पंहुचा जा सकता है।