हमारे भारत मे कई तरह के आम की किस्मे उगाई जाती है फलों के राजा आम की विभिन्न प्रजातियां है जैसे- अलफान्सो, बादामी, दशहरी, लंगरा, चौसा आदि और हर किसी का अपना एक पसंदीदा आम होता है, आइए जानते है भारत के सबसे लोकप्रिय भारतीय आम की किस्में!
अलफांसो या हापुस आम अपनी मिठास, समृद्धि, और स्वाद के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में जाना जाता है। केसरिया रंग के अल्फांसो आम भारत में आम की सबसे महंगी किस्में हैं, जो मुख्य रूप से महाराष्ट्र के रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, देवगढ़ और रायगढ़ जिलों में उगाई जाती हैं।
दशहरी, आम तौर पर भारत के उत्तरी भागों में उगाए जाने वाले स्वादिष्ट आम , देश और दुनिया में अपने रसीले स्वाद के लिए मशहूर दशहरी आम मुख्यतः राजधानी लखनऊ व आस पास के गाँवो जैसे नन्दी फिरोजपुर , काकोरीइलाके आदि में पैदा होता है।
लंगड़ा आम सारे उत्तर भारत में प्रसिद्ध है, और ख़ासकर बनारस का लंगड़ा आम जिसे चखने के लिए लोग किसी भी कीमत पर इसे खरादी सकते है और जिसे देखते ही लोगों के मुंह में पानी आ जाता है!
चौसा आम भारत में पाए जाने वाले सबसे लोकप्रिय आम की क़िस्मो में से एक है, जो अद्वितीय स्वाद और समृद्धि के साथ हरे-पीले रंग में उपलब्ध होता है, यह भी आमतौर पर गर्मी मौसम के अंत और बारिश के प्रारंभ में उपलब्ध होता है।
यह आम अपने स्वाद व केसर जैसी खुशबू के लिए जाना जाता है, गिर अभयारण्य के आसपास के इलाक़ो जैसे जूनागढ़ और अमरेली जिलों में गिर्नार पर्वत के तलहटी में केसर आम उगाया जाता है और इसे भौगोलिक संकेत भी प्राप्त है!
बादामी आम अपनी प्राकृतिक ताजगी के लिए जाना जाता है और आम के गूदे और रस के लिए उपयोग किया जाता है, इसे ‘कर्नाटक का अलफान्सो’ भी कहा जाता है!
तोतापरी आम को इसका नाम तोते जैसे रंग और आकार के कारण दिया गया है, यह आम सलाद, अचार व काट के खाने के लिए बिल्कुल उपयुक्त है, यह मुख्य रूप से आंध्रप्रदेश का है।
हिमसागर आम मुख्यत: बंगाल के मुर्शिदाबाद क्षेत्र में होता है और एक मध्यम आकार का पीला से हरे रंग का आम है, जो मई से जून तक बाजार में उपलब्ध होता है बहुत की कम समय के लिए!
बंगनपल्ली आम, या सफ़ेदा और बेनीशान आम का उत्पादन कुर्नूल जिले में किया गया और इसे आंध्र प्रदेश के भौगोलिक संकेत के रूप में भी पंजीकृत किया, यह पीले रंग का आम होता है।
नीलम आम, आम का एक और सबसे लोकप्रिय विकल्प है, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु के आसपास भारत के कई क्षेत्रों में होता है!
पायरी आम सीजन के प्रारंभ में ही भारतीय बाजार में आते हैं और बेहद रसीले और स्वाद के साथ रत्नागिरी आलफॉन्सो माँगो का एक विकल्प है।
मल्लिका आम, नीलम और दशेरी की एक संकर किस्म है, जो असाधारण रूप से मीठे स्वाद के साथ और जून से जुलाई तक फसल के लिए तैयार है।
मालदा आम पश्चिम बंगाल में मालदा जिले का सबसे उल्लेखनीय उत्पाद है और आम की विशेष किस्म को फाजली के रूप में जाना जाता है, जो देश के बाहर बहुत लोकप्रिय है।
मूलगोबा आम तमिलनाडु और दक्षिण भारत में आम की एक लोकप्रिय और व्यावसायिक किस्म है, ज्यादातर सलेम, धर्मपुरी और कृष्णगिरि जिलों में होता है।
रसपुरी का आम दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक में आम की एक बहुत ही लोकप्रिय किस्म है, खासकर बेंगलुरु, रामनगर, कोलार, चिक्काबल्लापुर में और इसके आसपास उगाया जाता है।
अन्य लोकप्रिय भारतीय आम की किस्मे है, फाजली, आम्रपाली, लालबाग, ग़ुलाब ख़ास, लक्ष्मंभोग और राजपुरी आम, जो प्रमुख रूप से भारत के विभिन्न राज्यो मे उगाया जाता है!